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Showing posts from April, 2020

Love stories in hindi

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                Love stories in hindi  मित्रो आज आप जो कहानी सुनने जा रहे हो वो एक प्यार कु सच्ची कहानी है. जिसको सुनने के बाद आप यह जान जाओगे की किसी रिश्ते मैं समय के साथ साथ प्यार का होना कितना जरुरी है. अगर रिश्ते मैं प्यार ना हो तो रिश्ते मैं समय का कोई भी महत्व नहीं होता है. बिना प्यार के रिश्ता सिर्फ एक कच्चे धागे की तरह होता है जिसको तोड़ने के लिए सिर्फ एक हल्का सा बल लगाना होता है. वो कितना पुराना है यह महत्व नहीं करता. Sirf 9 din ka pyar मित्रो यह कहानी हरयाणा मैं बसने वाले एक छोटे से शहर रोहतक की है. रोहतक मैं रोड के पास एक कोलोनी मैं एक घर होता जिसमें किसी लड़की जिसका नाम तनिष्का है. उसके पिता और उसकी मम्मी रहती है. तनिष्का बही लड़की है जिस पर यह पूरी कहानी आधारित है. तनिष्का एक साधारण सी लड़की है. जिसके सपने भी साधारण से है. वो अपनी जिंदगी मैं पड़ना तो चाहती है लेकिन उसे पड़ने लिखने के बाद एक गायिका बनना है. वो गायिका बनने के लिए कोई खास कदम तो नहीं उठती लेकिन क्यूंकि उसे अपनी पढ़ाई भी पूरी करनी है. लेकिन वो हर बक्त उसी के बारे मैं सोचती रहती है. वो काम चाहे कोई

panchatantra stories in hindi

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panchatantra stories in hindi  आज आप कुछ ऐसी कहानिया जानने वाले हो जिनको पड़ने के साथ साथ आप अपनी जिंदगी के लिए कुछ ऐसी चीज़े सीख पायगे जो आपको आगे जीने मैं बहुत मदद करेंगी.                    दुसरो से पहले खुद की मदद एक बार एक लोमड़ी मास खा रही थी मास खाते खाते उसके गले मैं मास मैं सी निकली एक हड्डिया अटक गयी. लोमड़ी ने उसे निकलने की बहुत कोसिस की लेकिन लोमड़ी उसे नहीं निकल सकी. लोमड़ी की आवाज़ भी अब मुश्किल से निकल रही थी.लोमड़ी के गले से अब थोड़ा थोड़ा खून भी आने लगा. लोमड़ी के गले मैं अब बहुत तेज़ दर्द हो रहा था. अब लोमड़ी को अपनी मौत पास ही नजर आ रही थी. लेकिन वहाँ कुछ ही देर मैं वहा से एक बगुला निकल रहा था जो वहा मछली पकड़ने आ रहा था. लोमड़ी ने जैसे ही उस बागुले को देखा लोमड़ी ने उसकी और बड़ी और उससे बड़ी मुश्किल से  आवाज़ निकलते हुए उसने बगुले से मदद मांगी. लेकिन बगुले ने खा की वो इसमें लोमड़ी की मदद कैसे कर सकता है. panchatantra stories in hindi लोमड़ी ने बगुले ने लोमड़ी को समझाया की उसकी गर्दन पतली और लचीली है अगर वो उसके गले मैं अपनी चोच डालकर उसके गले मैं हिलगी हुई हड्ड

panchatantra stories in hindi

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                 panchatantra stories in hindi मित्रो आज आप इस आर्टिकल मैं ऐसी कहानीया जानने वाले हो जिनको जानकर आपका मनोरंजन तो होगा ही इसके साथ साथ आपको आपके जीवन को जीने के लिए बहुत सी ऐसी जानकारी मिलेगी जो हो सकता है की आपका जीवन ही बदल दे                          साधु और जामुन मित्रो आज आप एक ऐसी कहानी सुनने वाले हो हो जिनको सुनकर आप जान जाओगे की कैसे एक महात्मा अपनी चीज़ो पर कैसे काबू पा लिया. इसको सुनकर हो सकता है की आप अपने जीवन मैं काबू पाना सिख जाओ. एक समय की बात है. एक साधु कठोर तपस्या के बाद किसी जगह से लोट रहे थे. जो बहुत ही ज्ञानी थे. उनको अपने ऊपर काबू रखना आता था. रास्ते मैं उन्हें एक जामुन वाले की दुकान दिखाई दी उनका मन जामुन की और ललचाया. साधु थे तो काफ़ी ज्ञानी. लेकिन वो इससे पहले भूखे रहकर काफ़ी तपस्या कर चुके थे. इसीलिए वो जामुन की और ललचाय. लेकिन साधु जामुन को छोड़कर आगे की और चल दिए उनके पेर तो आगे की और चल दिए लेकिन उनका मन अभी भी जामुन मैं था. साधु चलते रहे और चलते चलते अपने घर पहुँच गए वो जामुन से काफ़ी दूर आ चुके थे. लेकिन उनके  मन मैं अभी

Moral stories in hindi

मित्रो आज आप कुछ ऐसी कहानिया पड़ने वाले हो जिनको पढ़कर आप मनोरंजन के साथ साथ अपनी जिंदगी मैं कुछ ऐसी चीज़े सिख जाओगे जो आपके जीवन मैं आपकी काफ़ी सहायता करेंगी  एक बार एक नदी के किनारे एक हंस रहता था. हंस की जिंदगी खाते पीते हस्ते खेलते बीत रही थी. उसे अब किसी भी चीज़े की चिंता ना थी. उसको खाने पीने के लिए नदी से अच्छी खासी चीज़े मिल जाती थी. हंस के सुंदर होने के कारण दूसरे जानवर उनकी इज्जत किया करते थे.  इसी बिच हंस के पास एक उल्लू वहा उड़के आ गया.हंस दिखने मैं काफ़ी सुंदर था. इसीलिए उसने हंस की तरफ दोस्ती के लिए हाथ बढ़ाया.  उल्लू की दोस्ती अब हंस से हो गयी. कुछ ही समय मैं दोनों आपस मैं लाफ़ी अच्छी मित्र हो गए बे अब दोनों साथ मैं रहकर काफ़ी अच्छा बक्त बिताते थे. दोनों साथ मिलकर नदी से खाने के लिये  चीज़े ढूंढ़ते थे और बाद मैं उनको बातो के साथ मजे से खाते थे. समय ऐसे ही बीत रहा था.  कुछ समय बाद उल्लू को अपनी पुरानी जगह की याद आने लगी. उसको वहा के अपने पुराने मित्र और अपना घोंसला याद आने लगा.  अब उल्लू ने वहा से जाने का फैसला लिया. उल्लू ने हंस से अपने साथ चलने के लिए कहा लेकिन हंस ने

Moral stories in hindi

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                    Moral stories in hindi दोस्तों आज हम आपको इस पोस्ट मैं ऐसे khnaiya बताने वाले है. उत्तम विचार एक बार एक चिड़िया ने एक मधुमखी से पूछा की तुम इतनी मेहनत से सहद बनती हो लेकिन इंसान तुम्हारा सारा सहद बना लेते हैँ. तुम्हे बुरा नहीं लगता. मधुमखी  ने बहुत ही सुन्दर जबाब दिया. इंसान मेरा सहद चुरा सकते हैँ. मेरी सहद चुराने की कला नहीं. शिक्षा-इस दुनिया मैं आपकी कोई भी चीज चोरी हो सकती है लेकिन आपकी शिक्षा नहीं. परोपकार का फल  एक  समय स्वर्ग मैं एक बार एक पालकी निकल रही थी. किसी ने पूछा यह किसकी पालकी निकल रही है. उसे उत्तर मिला की यह सेर की पालकी निकल रही है. इस पर प्रश्नकरता  ने चौक कर कहा "शेर को यह सौभाग्य कैसे प्राप्त हो सकता है. शेर तो जीवन भर हजारों जानवरो को मारकर खाता है. " प्रश्न करता को उत्तर मिला की एक बार रात के समय जंगल मैं बहुत तेजी से बरसात  हो रही थी. बरसात इतनी तेज जंगल मैं अब कोई भी जगह भीगने से नहीं बची थी. लेकिन जिस गुफा मैं शेर रहता था. वह अभी तक बिलकुल भी गीली ना हुई थी. एक बकरी जो बरसात से परेशान थी. वह जाकर शेर की ग

Moral stories in hindi

                       Moral stories in hindi  आज मैं आपको इस आर्टिकल मैं ऐसी कहानी बताने जा रहा हु. जिसको पढ़कर आपको काम करने मैं मन लगने लगेगा. यह कहानी कर्म और सुख की है. जिसको पड़ने के बाद आपको काफ़ी अच्छी शिक्षा भी मिलेगी. एक समय  कर्म और सुख मैं काफ़ी गहरी दोस्ती थी. बे दोनों काफ़ी अच्छी बाते किया करते थे. कभी कभी बे आपस मैं लड़ाई भी लड़ लिया करते थे. लेकिन बे दोनों काफ़ी समझदार थे इसलिए ज़ब उनमे से कोई एक नाराज हुआ करता था. तब दूसरा सांत रहा करता था जिस कारण उनकी दोस्ती काफ़ी अच्छी चल रही थी. वे दोनों एक बार ऐसे ही कहीं घूमने जा रहे थे. रास्ते मैं उनको एक भिकारी बैठा हुआ मिला जो काफ़ी हट्टा कट्टा भी था. सायद लोग उसको इसी बजह से कम भिक दिया करते थे. भिकारी कम भिक मिलने की बजह से काफी परेशान रहा करता था. और कभी कभी उसे कई दिन तक भूखा भी रहना पड़ता था. सुख को भिकारी की यह हालत देखकर दया आ गयी. उसने भिकारी को सुख देने के लिए उसके पास एक व्यक्ति के रूप मैं गया और उसे ढेर सारा  धन दे दिया. भिकारी इस धन को देखकर काफ़ी ख़ुश हुआ और मन ही मन उस व्यक्ति को धन्यवाद किया. भिकारी ने इस रुपयों से

Short moral hindi stories for kids

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          Short moral hindi stories for kids मित्रो आज की इस कहानी मैं आप कुछ ऐसी चीज जानने वाले हो जिनको जानकर आप हैरान हो जायगे. आप इस कहानी मैं जानोगे की आप किसी चीज को जिस इरादे से मकसद ज़े करते हैँ जरुरी नहीं की आपका वो इरादा पूरा हो जाये कई बार आपका वो इरादा पूरा नहीं हो पता है.                       A LETTER TO GOD संकु नाम का एक किसान था जो अपने परिवार के साथ एक पहाड़ी पर रहा करता था. उसके तीन बच्चे और एक बीबी थी. जिन सबका उसको पेट भरना होता था. उसकी फसल हमेसा सबसे अच्छी हुआ करती थी. क्यूंकि वो सबसे ज्यादा मेहनत किया करता था. क्यूंकि वो एक पहाड़ था इसलिए वहा जमीन की कमी ना थी. वो कहीं भी कुछ सपाठ मैदान देखकर अपनी खेती कर सकते थे. I खेती से वो लोग अपना पेट भरते थे और कुछ अनाज को बेचकर वे पैसा कमाते थे. इस साल संकु ने काफ़ी मेहनत की उसने इस साल को भी आने वाले और गुजरने वाले सालो की तरह ही समझा था. लेकिम यह साल बहुत ही अलग था. संकुल की फसल काफ़ी अच्छी हो चुकी थी अब उसे बस एक बरसात की जरुरत थी जिसके बाद वो काटने के लायक हो जाती. लेकिन संकु को इस बात की कोई चिं

Hindi stories with moral

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Add caption Hindi stories with moral मित्रो आज इस आर्टिकल मैं आप कुछ ऐसी कहानिया पड़ेंगे. जो आपको जैसा का तैसा सिखायंगी   एक समय की बात है ज़ब लोग गधे से अपना सामान ले जाया करते थे. एक व्यापारी था जो नमक को गाँव से ले जाकर अपने शहर मैं बेचा करता था. उससे उसको जो कमाई होती थी उससे वो ख़ुश रहता था.वो नमक के व्यापार मैं कभी भी बेमानी नहीं किया करता था. वो अपने गधे को अच्छा खासा चारा भी खिलता था. लेकिन उसका गधा बहुत ही अलसी था. वो हमेसा काम से बचा करता था. ज़ब व्यापारी अपने गधे से सामान को शहर मैं ले जाया करता था. तब रास्ते मैं एक नाला पड़ता था. जो  ना ही ज्यादा गन्दा था और ना ही ज्यादा घरा था इसलिए जिसको भी. शहर जाना होता था वो उसी नाले को पर करके जाता था. वो व्यापारी भी अपने गधे के साथ उसी नाले को पार करके शहर जाता था.एक दिन व्यापारी गधे को नाले पे खड़ा करके कुछ समय चाय पीने लगा. गधा अलसी था. इसलिए वो मौका पाकर नाले के पानी मैं ही बैठ गया. नाली के पानी मैं बैठने से उसके बोर मैं से कुछ नमक पानी मैं घुल गया. Hindi stories with moral थोड़ी ही देर तक बैठने के बाद उसके नमक

Short moral stories in hindi

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                 "ईमानदारी का फल" माँ ने अरुण  को उठाया अरुण  उठ जा नहीं तो स्कूल मैं मास्टर की डांट खानी पड़ेगी. अरुण  डांट का नाम सुनते ही तुरंत उठ गया. अरुण नहाकर अपने कपडे पहनने लगा इतनी देर मैं अरुण  के लिए माँ ने गरमा गर्म नास्ता बनाया. अरुण को स्कूल के लिए पहले ही देर हो चुकी थी इसलिए उसने बहुत जल्दी जल्दी नास्ता किया और स्कूल के लिए चल पड़ा. अरुण के पिता पहले सुनार की दुकान पर नौकरी करते थे. जो अब नहीं रहे. पिता के मर जाने के बाद सुनार ने भी नौकरी उसकी माँ को दे दी. क्यूंकि उसकी माँ पड़ी लिखी और एक अच्छी औरत थी.  अरुण की माँ उसको हमेसा अच्छी अच्छी ईमानदारी की कहानियां सुनाया करती थी भी अरुण  को हमेसा ईमानदारी का पाठ पढ़ाया करती थी.सुनार की दुकान पर नौकरी करने के बाद जो रूपए मिलते थे उससे के घर का खर्चा मुश्किल से चल पता था. सुनार ने उसके घर की परेशानी को देखते हुआ अरुण को भी अपनी दुकान पर नौकर रख लिया. सुनार भी एक अच्छा इंसान था भी शिक्षा की जरुरत को समझता था. इसलिए उसने अरुण  को दुकान पर दो वजे के बाद आने की छुट दे दी इतनी देर मैं सोनू अपने स्कूल मैं पढ़कर

Funny stories in hindi

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Funny stories in hindi  मित्रो आज के इस आर्टिकल मैं आप ऐसे कहानी जानने वाले हो जिससे आप काफ़ी कुछ सिख सकेंगे  एक राज्य मैं एक दुस्ट  साहूकार रहता था.जो बहुत ही ज्यादा दुस्ट  उस समय वो लोगो को ऊँचे ब्याज की दर पर रूपए दिया करता था और उनसे सूत लिया करता था.  ज्यादातर यही हुआ करता था की कोई इंसान जो समय पर रूपए देने मैं सक्षम नहीं हो पता था. वो उस साहूकार को लिए हुए पैसे से ज्यादा सूत दे दिया करता था. इस कारण वो हमेसा सूत मैं ही फस जाया करता था और कभी भी वो वो उस रूपए को देने मैं कामयाब नहीं होता था. तब वो साहूकार उसके जानवर या उसकी जमीन को छीन लिया करता था. जो उसके दिए हुए पैसो से कही ज्यादा होती थी.कई बार जिन लोगो के पास जमीन नहीं होती थी साहूकार उनसे फ्री मैं अपने खेतो मैं काम करवा लिया करता था.  वो कई सालो तक लोगो से काम करवाता रहता था. जिस कारण लोगो को उससे कर्जा  लेना पसंद नहीं था. लेकिन मज़बूरी मैं लोगो को उस निर्दयी साहूकार से ही कर्ज लेना पड़ता था.  Funny stories in hindi  ऐसे ही एक किसान था जिसने पिछली साल उस निर्दयी साहूकार से काफ़ी कुछ कर्जा लिया था. क्यूंकि उसको अपनी फ

Love stories in hindi

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दोस्तों आज आप जो कहानी सुनने वाले है. वो एक बहुत ही प्रसिद्ध कहानी है. जिसमें आपको प्यार और रचनात्मकता दोनों ही देखने को मिलते हैँ. तो चलिए शुरू करते हैँ आज की कहानी. कहानी की शुरूबाद एक गली से होती हैँ जहां पर lorenzo,antonio और veris बैठे हुए होते हैँ. Veris उस समय काफ़ी उदास था. वहा बैठे बाकि के दोस्त अनुमान लगते हैँ की वो उसके ब्यापार को लेकर परेशान हैँ. उसके दूसरे दोस्त अनुमान लगते हैँ. की वो किसी लड़की को लेकर परेशान है. लेकिन veris इन दोनों बातो से नकार देता है. कुछ समय बाद veris कहता है की वो belmont की राजकुमारी जो काफ़ी सुन्दर है उससे प्यार करता है और वो भी उससे प्यार करती है. लेकिन वो उससे शादी करने के लायक नहीं है. कुछ देर बाद वो रोने लगता है. और antonio जो उस बक्त वहा पर सबसे अमीर इंसान होता है उससे रूपए की मांग करता है. लेकिन antonio उस बक्त उसे रूपए नहीं दे सकता है क्यूंकि उसने अपना सारा का सारा पैसा अपने पानी के जहाज मैं लगा दिया है. इस पर veris antonio से कहता है की तब वो उसको वहा के किसी और  सूतकार से रूपए अपनी जिम्मेदारी पर दिलवा दे. Gaiga वहाँ का बदनाम सूतकार

Moral stories in hindi for kids

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Moral stories in hindi for kids  आज की इस पोस्ट मैं हम आपको कुछ ऐसी कहानिया बताने जा रहे हैँ जिनके जानकर आप अच्छा महसूस करेंगे और इसके साथ साथ आपको बहुत अच्छी moral knowledge मिलेगी जो आपको आपको जिंदगी मैं काफ़ी बार आपकी सहायता करेंगी. तो चलिए पड़ते हैँ कुछ अच्छी कहानी.  Moral stories in hindi for kids लंच के लिए नहीं लाइफ के लिए लड़िये  मित्रो एक बार एक भेड़िया एक खरगोश का शिकार करने के लिए उसका पीछा कर रहा था. भेड़िया अपना दोपहर  का खाना पाने के लिए पूरी जान से दौड़ रहा था. दूसरी तरफ खरगोश भी अपनी life को बचाने के लिए अपनी पूरी जान लगाकर दौड़ रहा था. लेकिन भेड़िया फिर भी खरगोश को पकड़ नहीं पा रहा था. कुछ समय के बाद खरगोश कुछ कटीली झाड़ियों मैं घुस गया. जहां भेड़िया नहीं घुस सकता था. भेड़िया इस बात से परेशान हो गया. उसने खरगोश से मित्रबत भाषा मैं पूछा. खरगोश मैं तुमसे काफ़ी तेज दौड़ने के लिए जाना जाते हूं लेकिन मैं आज तुमको फिर भी पकड़ नहीं पाया. भेड़िया की आवाज और उसके इरादे मैं धोका देकर शिकार करने की कोई भी  साजिस ना थी लेकिन खरगोश ने फिर भी सतर्कता के साथ दूर से ही जवा